Kargil Vijay Diwas: 1999 के कारगिल युद्ध में अपने कर्तव्य का पालन करते हुए प्राणों को न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों को 25वें कारगिल विजय दिवस पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्मारक जाकर श्रद्धांजलि दी। गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में सीएम धामी ने कारगिल शहीदों के परिवारजनों को सम्मानित भी किया। अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने 4 बड़ी घोषणाएं भी की।
कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) पर मुख्यमंत्री धामी की 4 बड़ी घोषणाएं
- पहली घोषणा- राज्य के शहीद जवानों के परिजनों को मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रूपये की जाएगी।
- दूसरी घोषणा- शहीद जवानों के परिजनों को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने की अवधि को 2 साल से बढ़ाकर 5 साल किया जाएगा।
- तीसरी घोषणा-शहीद सैनिकों के आश्रितों को अब जिलाधिकारी कार्यालयों में समूह ‘ग’ और समूह ‘घ’ के अलावा अन्य विभागों में भी समूह ‘ग’ और समूह ‘घ’ के पदों पर नियुक्ति प्रदान की जाएगी।
- चौथी घोषणा- सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदाकर्मियों को उपनल कर्मियों की भांति अवकाश प्रदान किए जाएंगे
जवानों के बलिदान को राष्ट्र याद रखेगा- सीएम धामी
कारगिल विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि युद्ध में मां भारती की रक्षा के लिए हमारे वीर जवानों ने पराक्रम और अदम्य साहस का परिचय दिया। भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में जिस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना। भारतीय जवानों के साहस, शौर्य और बलिदान को ये राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।
उत्तराखंड ने बड़ी संख्या में खोए थे अपने सपूत- सीएम धामी
कारगिल युद्ध के वीर सपूतों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 1999 के कारगिल युद्ध की विजय गाथा उत्तरांखड के 75 वीरों के बिना अधूरी थी। कारगिल युद्ध में राज्य के 75 वीर सूपतों ने अपने प्राणों को दांव पर लगा दिया था, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। अपने निजी जीवन का जिक्र करते हुए सीएम धामी ने कहा कि एक फौजी का बेटा होने के नाते उन्होंने बचपन से ही एक सैनिक और उसके परिवार के संघर्ष को करीब से महसूस किया है। मुझे याद है उस वक्त देश का नेतृत्व तत्कालीन दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के हाथों में था। हमने युद्ध भी जीता और वैश्विक स्तर पर कूटनीति में भी जीत दर्ज की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शहीदों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ करने की व्यवस्था शुरू की थी।
मोदी सरकार में सेना के आधुनिकीकरण पर जोर- सीएम धामी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयासों से सेना न केवल पहले से ज्यादा सक्षम हुई बल्कि यश और कीर्ति भी बढ़ रही है। केंद्र में भाजपा की सरकार लगातार सेना के आधुनिकीकरण पर जोर देता आया है और सैनिकों व उनके परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं को भी बढ़ाया है। यही कारण है कि आज सेना गोली का जवाब गोले से दे रही है। गौरतलब है कि आज सुबह लद्दाख के द्रास में वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अग्निवीरों को सरकारी सेवाओं में आरक्षण देने के लिए एक्ट लाया जाएगा।
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