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Rao IAS Coaching Centre: कोचिंग सेंटर में बाढ़ के कारण छात्रों की मौत पर विरोध प्रदर्शन; जानें पूरा मामला

Rao IAS Coaching Centre

Rao IAS Coaching Centre: बीते कुछ दिनों पहले दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर(Old Rajinder Nagar) से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई थी, जिसमें राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Rao IAS Coaching Centre) के बेसमेंट में बारिश का पानी घुस गया था। इस घटना में वहां मौजूद तीन बच्चों की मौत हो गई थी। मामला सामने आने के बाद से ही लोगों में आक्रोश है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक इस घटना को लेकर खासा नाराजगी है। दिल्ली के करोल बाग(Karol Bagh) में छात्रों का विरोध प्रदर्शन सोमवार की सुबह भी जारी रहा।

बच्चों ने काटा हंगामा, मुआवजे की मांग
कोचिंग सेंटर (Coaching Centres) के खिलाफ वहां मौजूद बच्चों ने जमकर हंगामा काटा और धरने पर बैठ गए। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए यूपीएससी (UPSC) के उम्मीदवार और प्रदर्शनकारियों में शामिल साहिल ने अपना आक्रोश दिखाया। साहिल ने कहा कि हम पिछले दो दिनों से यहां बैठे हैं, लेकिन एमसीडी का कोई भी अधिकारी हमसे मिलने नहीं आया। हमने कल डीसीपी को अपनी मांगें सौंपी – मृतकों, अस्पतालों में भर्ती लोगों, एफआईआर की प्रतियां, की जाने वाली कार्रवाई और मृतकों के परिवार को 1 करोड़ रुपये और घायलों को 50 लाख रुपये का मुआवजा मांगा, लेकिन इनमें से किसी पर भी ध्यान नहीं दिया गया।

छात्र ने एएनआई को बताई घटना की आप बीती
सोमवार को सामाचार एजेंसी एएनआई (ANI) ने बात करते हुए एक छात्र मनीष कुमार ने कहा कि 27 जुलाई को जो हुआ वह यह था कि बायोमेट्रिक(Biometric) ब्लॉक हो गया था, जिसके कारण छात्र बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण अंदर फंस गए। मनीष ने कहा कि इस हादसे को पूरी तरह टाला जा सकता था। उन्होंने कहा कि बायोमेट्रिक के विकल्प सुनिश्चित किए जाने की जरूरत है ताकि ऐसी त्रासदी फिर से न हो।

हमारे जीवन और सुरक्षा के लिए कौन जिम्मेदार – पुनित
अन्य छात्र पुनीत सिंह ने कहा कि ज्यादातर प्रवेश द्वार और निकास पर बायोमेट्रिक लगा दिए जाते है। आपात स्थिति या ऐसे घटना के मामले में पूरी इमारत तक में कोई बालकनी नहीं है। अगर आग की घटना भी हो जाए, तो बचने की गुंजाइश न के बराबर है। उन्होंने कहा, हमारे जीवन और सुरक्षा के लिए कौन जिम्मेदार होगा? क्षेत्र में 70-75 प्रतिशत पुस्तकालयों तक पहुंच बायोमेट्रिक्स द्वारा नियंत्रित है और पुस्तकालय बेसमेंट में स्थित हैं।

13 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को किया सील
बात दें इससे पहले दिन में, संस्थानों के मालिकों ने बेसमेंट पुस्तकालयों का उपयोग करने वाले छात्रों से खाली करने को कहा, क्योंकि एमसीडी (MCD) ने बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। एमसीडी ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने के आरोप में रविवार को करोल बाग में 13 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को सील कर दिया।

धरने पर बैठे छात्रा

कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश- शैली ओबेरॉय
मेयर शैली ओबेरॉय ने बेसमेंट में अवैध रूप से चल रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। दिल्ली पुलिस ने घटना के सिलसिले में कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर अन्य आरोपों के अलावा गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधि करने की नहीं थी अनुमति- पुलिस
डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन (DCP Central M Harshavardhan) ने एएनआई(ANI) को बताया, “बेसमेंट के मालिकों और एक व्यक्ति सहित पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधि करने की कोई अनुमति नहीं थी। डीसीपी ने कहा कि हमने एमसीडी से जानकारी मांगी है और हम उनकी भूमिका की भी जांच करेंगे। पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों से शांति बनाए रखने और मुख्य सड़कों को अवरुद्ध न करने की अपील की और मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।

डीसीपी ने कहा, “ओल्ड राजेंद्र नगर मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए ड्राइवर की ओर से लापरवाही साबित हुई है। वह वाहन बहुत तेज चला रहा था, जिसके कारण कोचिंग सेंटर का गेट टूट गया। बिल्डिंग के गेट से टकराने से पहले एक रेहड़ी वाले ने उसे रोकने की कोशिश की थी।

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