शिक्षा और स्वच्छता का संग, किल्लौड़ के सरकारी स्कूल में NSS शिविर से जागरूकता की नई लहर

सिरमौर, हिमाचल प्रदेश: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, किल्लौड़ में 22 अक्टूबर से 7 दिनों का एनएसएस शिविर ( NSS Camp) आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विद्यालय के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य न केवल बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देना है, बल्कि उन्हें स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति सजगता भी सिखाना है।

किल्लौड़ कैप(NSS CAMP)

बच्चों का सर्वांगीण विकास ही हमारा लक्ष्य
इस कार्यक्रम के तहत, बच्चे प्रतिदिन कुछ नया सीख रहे हैं। अर्थशास्त्र प्रवक्ता रतन चौहान ने बताया कि यह पहल बच्चों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए की गई है। एनएसएस प्रभारी अनिल तोमर, बबीता तोमर और भूपेंद्र पॉल  ने इस आयोजन को सफलतापूर्वक संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शिविर के दौरान, एनएसएस वॉलिंटियर्स को कई टॉस्क दिए जाते हैं, जिसमें विद्यालय परिसर की सफाई का कार्य भी शामिल है।

पर्यावरण की सुरक्षा ही हमारा भविष्य
इस शिविर का एक खास आकर्षण था शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम, जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. कामेश्वर प्रसाद डिमरी ने बच्चों को संबोधित किया। उन्होंने छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यदि हमारा पर्यावरण सुरक्षित नहीं रहेगा, तो हम अपने अच्छे भविष्य की कल्पना कैसे कर सकते हैं? इस तरह के प्रेरणादायक शब्दों ने बच्चों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई।

किल्लौड़ कैप(NSS CAMP)

पढ़ाई के साथ-साथ हो इस तरह के कार्यक्रम
कार्यक्रम के अंत में, डॉ. कामेश्वर प्रसाद डिमरी ने विद्यालय के शिक्षकों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस कार्यक्रम को आयोजित किया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह के और भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि बच्चे न केवल पढ़ाई में, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों में भी आगे बढ़ें। इस एनएसएस शिविर ने बच्चों को सिखाया है कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज और पर्यावरण के प्रति भी जिम्मेदार बनाती है। इस अनुभव से बच्चे न केवल एक अच्छा नागरिक बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की भी कोशिश कर रहे हैं।

किल्लौड़ कैप(NSS CAMP)

क्या है एनएसएस शिविर?

एनएसएस शिविर (नेशनल सर्विस स्कीम) एक विशेष प्रकार का युवा कार्यक्रम है, जो भारतीय युवाओं में सामाजिक सेवा और स्वयंसेवी भावना को विकसित करने के लिए आयोजित किया जाता है। एनएसएस शिविर का उद्देश्य छात्रों को सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाना और उन्हें समाज सेवा में शामिल करना है।

एनएसएस शिविर के मुख्य बिंदु:

1. सामाजिक जागरूकता: एनएसएस शिविर छात्रों को विभिन्न सामाजिक समस्याओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण आदि के बारे में जागरूक करता है।

2. स्वयंसेवा: छात्रों को विभिन्न स्वयंसेवी गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलता है, जैसे कि ग्राम विकास, सफाई अभियान, वृक्षारोपण आदि।

3. शारीरिक और मानसिक विकास: एनएसएस शिविर में विभिन्न गतिविधियाँ जैसे खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम और समूह चर्चाएं आयोजित की जाती हैं, जो छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होती हैं।

4. नेतृत्व कौशल: इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों में नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए अवसर प्रदान किए जाते हैं।

5. समुदाय सेवा: एनएसएस शिविर का एक प्रमुख उद्देश्य स्थानीय समुदायों की सेवा करना और उनके विकास में योगदान देना है।

एनएसएस शिविर आमतौर पर कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित किए जाते हैं, और इसमें भाग लेने वाले छात्र एक निर्धारित अवधि के लिए विभिन्न सामाजिक कार्यों में शामिल होते हैं।

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